जय श्री कृष्ण
श्री कृष्ण ही परमेश्वर है सारा संसार उनका बनाया हुआ है जीवन की शुरुआत, मध्य और अन्त भी वही है |
जीवन में कभी समस्या हो तो श्री कृष्ण के वाक्य पर ध्यान दीजिये |
श्री कृष्ण कहते है अगर तुमको जीवन में किसी पर विश्वास करना ही है तो मुझपे करो |
प्रश्न : कुछ व्यक्ति कहेगे की में श्री कृष्ण पर विश्वास कियु करू में किसी श्री कृष्ण को नहीं मानता ?
उतर : अगर आपको श्री कृष्ण को परमेश्वर नहीं मानना है तो कोई बात नहीं इस बात से परमेश्वर श्री कृष्ण नाराज नहीं होते और आपको किसी संस्था या संगठन द्वारा वंचित नहीं किया जायेगा जिससे की आपको किसी नर्क में नहीं भेजा जायेगा | नाही आपको मृत्युदंड दिया जायेगा |
कम से कम परमेश्वर श्री कृष्ण को गुरु के रूप में स्वीकार कीजिये यह बात तो आपको पता है की किसी के जीवन में सही गुरु मिल जाए तो छात्र सफल हो जाता है लेकिन छात्र को भी जीवन भर सफल होने के लिए निरन्तर गुरु के वाक्यों को याद रख कर सही तरीके से अभ्यास करते रहना पड़ता है |
श्री कृष्ण ऐसा कियु कहते के की सिर्फ तुम मुझ पर विश्वास करो ?
उतर : श्री कृष्ण के वाक्य जीवन में सही दिशा निर्देश देते है |
क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में विश्वासघात के कारण ही दुःखी रहता है | विश्वासघात के कारण होने वाले दुःखो का कारण कुछ इस प्रकार है :
१ . अगर आप किसी और व्यक्ति पर अतिरिक्त विश्वास करेंगे तो : लोग आपके साथ विश्वासघात जरूर करते है और आपका मन टूट जाता है |
२ . अगर आप खुद पर अतिरिक्त विश्वास करेंगे तो : आप अपने कार्य में सही प्रकार से ध्यान नहीं दे पाते जिसके कारण कोई बढ़ी गलती हो सकती है जिससे आपको कोई भारी नुकशान हो जाए और जिससे आपका मन टूट जाता है |
३. अगर आप खुद पर कम विश्वास करेंगे तो : आपका मन किसी भी काम में नहीं लगता है और अगर आप शुरुवात करते भी है तो कुछ ही दिनों के बाद आपका मन उस काम में नहीं लगता |
इन तीनो प्रकारो में मुख्य बात क्या है मन का टूटना इसलिए लोग हमेशा दुःखी रहते हैं |
इसलिए श्री कृष्ण कहते है अगर तुमको जीवन में किसी पर विश्वास करना ही है तो मुझपे करो |
श्री कृष्णा के वाक्य जीवन में सही दिशा निर्देश देते है | जीवन को जीने का प्रोत्शाहन देते है और किसी भी परिस्तिथि में हार न मानाने को कहते है | जीवन को सफल तरीके से जीने का तरीका भी बतलाते है |